मुरादों में शामिल खुदाई रखा कर,
सदा दिल में अपने भलाई रखा कर.
झडी़ ख्वाइशों कि लगी ज़िंदगी में,
बचा कर कोई रहनुमाई रखा कर .
छला है बहुत ही ज़माने ने मुझको ,
मेरे नाम पर ना बुराई रखा कर.
ज़रा हौसला भी रखा कर जिगर में
न हर पल लबों पे दुहाई रखा कर.
कमी नहीं कुछ भी अपनों की जग में
कोई चीज़ भी मत पराई रखा कर.
कभी दूरियों से न घबराओ मितवा,
मिलन आस दिल में समाई रखा कर..
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