दुनिया में इतने उदाहरण हैं जिससे सीखा जा सकता है, समझा जा सकता है , लेकिन करने की इच्छा , ललक आपको लगातार बरकरार रखने का प्रयास करना होगा. कई बार घर , परिवार , रिश्तेदार आप की असफलता पर तंज कसते हैं , अलग - अलग तरह से आपके प्रयासों को बेफिजूल बताते हैं , कई मौकों पर हमने देखा है कि व्यक्ति अपना लक्ष्य भूल जाते हैं , क्योंकि प्रतिदिन का जीवन यापन बहुत बड़ा मुद्दा बन जाता है, लेकिन जो यह सब करके भी अपना लक्ष्य नहीं भूलता और प्रयास लगातार करता रहता है उसे ही सफलता वरण करती है ..
हम जिन प्रेरणा स्रोत, प्रसंगों को पढ़कर आत्मसात करते हैं तब विपत्तियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए दृढ़ संकल्प हो जाना होगा , सफलता के आगे ना ही सामाजिक बंधन को आने दे और ना ही पारिवारिक व्यवस्थाएँ...।
बहुत छोटी घटना, लेकिन जीवन के लिए बहुत बड़ी, लगातार प्रयास में अपनी उम्र का निकलना और घर गृहस्थी जमाने का मुद्दा सबसे अहम, कहाँ लिखा है कि सफलता के पहले यह सब करना जरूरी हैं, लेकिन सोचिए अगर आप 35 या 40 की उम्र में शादी करें जब आप अपने उद्देश्य को प्राप्त कर चुके होंगे , तब आप यह जीवन कितना सुख में बिता पाएंगे..
आप दृढ़ संकल्प हो जाइए और अपने जीवन की सारी रेखाएँ स्वयं खींचिए.....