विकलांग हो चुकी सोच से उबरना होगा . हर परिस्थिति का डटकर सामना करना और लगातार सफल होने का ही मंत्र जाप आपको दृढता के साथ पूरे आभामंडल को हौसले से भर देता है . आप प्रकृति से रोज मांगिये कि मुझे इतनी क्षमता दो कि मैं यह कार्य कर सकूँ.... लगातार मांगिये ब्रह्मांड से वह शब्द टकराकर वापस आपके पास आएंगे और आप पुन: दर पुन: वही दोहराते हैं तो प्रकृति भी आपके प्रयासों को सफल करने का प्रयास करती है ....कहने का तात्पर्य है कि अच्छा मांगों अच्छा ही मिलेगा ..कभी ना अपने लिए बुरा मांगें न दूसरों के लिए ....
प्रकृति से एक ही तरह का निर्वाहन रखिए ...सफलता अवश्य मिलेगी ..लेकिन , इसके साथ प्रयास का साथ भी जरूरी है... आप मांगते रहे और मेहनत भी ना करें यह तालमेल ठीक नहीं ...कर्म तो करना होंगे फल तभी मिलता है....