Gazal

◆ 5. ग़ज़ल


मुरादों में शामिल खुदाई रखा कर,
सदा दिल में अपने भलाई रखा कर.


झडी ख्वाइशों कि लगी ज़िंदगी में,
बचा कर कोई रहनुमाई रखा कर .


छला है बहुत ही जमाने ने हमको ,
मेरे नाम पर ना बुराई रखा कर.


भले साजिशें हम को कर दें अलग भी,
न हर पल लबों पे दुहाई रखा कर.


जमाना जो चाहे ये सर झुक न पाए,
कोई चीज भी न पराई रखा कर.


कभी दूरियों से न घबराओ मितवा,
मिलन आस दिल में समाई रखा कर.......।